बुधवार, 8 मार्च 2017

कवितायें :
डा. दिनेश त्रिपाठी ‘शम्स’

वर्जित फल
मैं जानता हूँ
बहिष्कृत हो जाऊँगा
चेतना के स्वर्ग
पर क्या करूँ इस प्रेम का
मैं आदम हूँ
पाना चाहता हूँ तुम्हें
वर्जित फल की तरह
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पीड़ा की नदी
पीड़ा की नदी
दिल के पर्वत से निकलकर
आँखों के समंदर
से जा मिली
और खारी हो गई .



डा. दिनेश त्रिपाठी ‘शम्स’
वरिष्ठ प्रवक्ता : जवाहर नवोदय विद्यालय
ग्राम - घुघुलपुर , पोस्ट-देवरिया,
ज़िला - बलरामपुर-२७१२०१ , उ .प्र .

मोबाइल -09559304131

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