गीत :
डॉ. दिनेश त्रिपाठी शम्स
फागुन जवान हो गया ,
आ पहुंचे गदराये दिन
||
कुछ भी तो सुध-बुध
नहीं ,
यूँ लगा बुखार चढ़
गया |
रोम-रोम पुलकित हुआ
,
प्रीति का खुमार चढ़
गया |
मौसम की तासीर है ,
लगते हैं महुआये दिन
||
सरसों सयानी हुई ,
बहका है वातावरण |
खिल उठे टेसू के फूल
,
दहका है वातावरण |
महक उठी आम्र मंजरी
,
ऐसे हैं बौराए दिन
||
खुशियों की बौछार
में ,
बचा नहीं कोई मलाल |
रंगों का पर्व आ गया
,
उड़ने लगा है गुलाल |
अंग-अंग टूटने लगा ,
बिलकुल हैं अलसाए
दिन ||
डॉ. दिनेश त्रिपाठी ‘शम्स’
जवाहर नवोदय विद्यालय ,
ग्राम व पोस्ट – घूघुलपुर ,
जनपद बलरामपुर – २७१२०१
उत्तर प्रदेश
मोबाइल – ९५५९३०४१३१
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