प्रश्नपत्र का निर्माण
विद्यार्थियों के
अधिगम के स्तर की जाँच कई माध्यमों से की जाती है , जिनमें से सबसे महत्त्वपूर्ण माध्यम है
विद्यार्थियों की लिखित परीक्षा | औपचारिक रूप से लिखित परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार
पर ही विद्यार्थी की कक्षोन्नति निर्भर करती है | लिखित परीक्षा नैदानिक व योगात्मक दोनों तरह के मूल्यांकन
के लिए ली जाती है , अतः लिखित परीक्षा के लिए
प्रश्न पत्र को तैयार करना एक बहुत ज़िम्मेदारी भरा व कौशल का काम है | यह तो सभी को मालूम है कि वह पत्र जिस पर परीक्षार्थियों से पूछे
जाने वाले प्रश्न अंकित रहते हैं उसे प्रश्नपत्र कहते हैं | इसलिए यहाँ मेरा उद्देश्य प्रश्नपत्र के अर्थ और उसकी परिभाषा के
फेर में न पड़कर इस विषय पर चर्चा करना है कि एक आदर्श प्रश्नपत्र का निर्माण कैसे किया जाये ? अपने शिक्षकीय अनुभव
में मैंने कई शिक्षक साथियों को देखा है जो प्रश्नपत्र के महत्त्व को लेकर अत्यंत
उदासीन और अगंभीर रहते हैं | उनकी प्रवृत्ति मनमाने ढंग से प्रश्नपत्र
बनाकर किसी तरह ज़िम्मेदारी से मुक्त होने भर की रहती है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए | तो आइये सबसे पहले जान लेते हैं कि प्रश्नपत्र निर्माण के लिए किन-किन महत्त्वपूर्ण बिन्दुओं का ध्यान रखना चाहिए –
1-
प्रश्नपत्र पाठ्यक्रम आधारित होना चाहिए |
पाठ्यक्रम से इतर प्रश्न नहीं पूछे जाने चाहिए | सीबीएसई
द्वारा प्रतिवर्ष सभी कक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम जारी किया जाता है | सभी राज्यों के शिक्षा-बोर्ड द्वारा भी पाठ्यक्रम जारी किए जाते हैं | कोविड काल के बाद से सीबीएसई द्वारा प्रत्येक अकादमिक सत्र में पाठ्य
पुस्तकों से कुछ पाठों को हटा दिया जा रहा है | प्रत्येक
वर्ष हटाये जाने वाले पाठ अलग-अलग होते हैं | अतः शिक्षकों को
न केवल पढ़ाने के लिए बल्कि प्रश्नपत्र-निर्माण के लिए भी पाठ्यक्रम की अद्यतन
स्थिति की जानकारी होनी चाहिए | अपडेट न होने के कारण कुछ
शिक्षक उन पाठों के प्रश्न भी पूछ लेते हैं जो पाठ्यक्रम से हटा दिये गए हैं |
2-
प्रश्नपत्र का 40% हिस्सा सरल होना चाहिए | 30%
प्रश्नों का कठिनाई स्तर औसत होना चाहिए तथा बचे 30% प्रश्न उच्च कठिनाई स्तर के
होने चाहिए | ऐसा इसलिए कि कमजोर विद्यार्थियों को भी कम से
कम परीक्षा उत्तीर्ण करने में कोई कठिनाई न हो | इस सम्बन्ध
में सीबीएसई एवं एनसीईआरटी द्वारा समय-समय पर स्पष्ट निर्देश जारी किए जाते हैं |
3-
प्रश्नपत्र का निर्माण इस तरह होना चाहिए कि विद्यार्थियों
के ज्ञान (Knowledge) , विश्लेषण (Analysis) तथा कौशल (Skill) तीनों तरह की क्षमताओं का
मूल्यांकन हो सके | प्रश्नपत्र में अनुप्रयोग आधारित (Application Based) प्रश्न भी पूछे जाने चाहिए |
4-
प्रश्नपत्र में वस्तुनिष्ठ (Objective) तथा आत्मनिष्ठ (Subjective) दोनों तरह के प्रश्न पूछे जाने चाहिए | इसी तरह
प्रश्नपत्र में बहुविकल्पीय , अतिलघु उत्तरीय , लघु उत्तरीय व दीर्घ उत्तरीय (निबंधात्मक) प्रश्नों का समुचित समावेश
होना चाहिए ताकि विद्यार्थी की क्षमताओं का समग्र मूल्यांकन हो सके | सिर्फ एक ही तरह के प्रश्न पूछ लिए जाने से प्रश्नपत्र एकांगी व मानक के
विपरीत हो जाएगा |
5-
प्रश्नपत्र की भाषा स्पष्ट तथा आसानी से समझने योग्य होनी
चाहिए | विद्यार्थी को यह भलीभाँति समझ में आना चाहिए कि प्रश्न में किस उत्तर की
अपेक्षा की गई है भले ही विद्यार्थी को वह उत्तर न आता हो |
6-
प्रश्नपत्र को सरल व संक्षिप्त होना चाहिए |
प्रश्न में अनावश्यक सूचनाएँ नहीं देनी चाहिए |
7-
प्रश्नपत्र विद्यार्थियों की सोच को उत्तेजित करने वाला
होना चाहिए |
8-
यह ध्यान रखना चाहिए कि प्रश्नपत्र के प्रश्न एकल-आयामी
होने चाहिए | इसका आशय यह है एक प्रश्न में विषयवस्तु के किसी एक ही आयाम
की जानकारी मांगी जानी चाहिए यदि उसी विषय के किसी अन्य आयाम की जानकारी चाहिए तो
दूसरा प्रश्न पूछा जाना चाहिए | एक ही प्रश्न में कई आयामों
के बारे में पूछ लिए जाने पर विद्यार्थी भ्रमित हो सकता है |
9-
माध्यमिक स्तर की कक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र की संरचना ,
प्रश्नों की संख्या तथा भारांक को लेकर सीबीएसई व एनसीईआरटी द्वारा प्रतिवर्ष
दिशा-निर्देशन जारी किया जाता है | राज्य बोर्ड द्वारा भी इस
तरह के दिशा-निर्देश जारी होते हैं | शिक्षकों को कड़ाई से इन
दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए | इन दिशा-निर्देशों के
आधार पर एक उदाहरण आप सबके सामने प्रस्तुत करना चाहूँगा –
सावधिक/इकाई परीक्षण तथा अर्धवार्षिक/वार्षिक परीक्षा के
लिए प्रश्नपत्र की संरचना , अंकभार
व प्रश्नों की संख्या का विवरण (कक्षा-VI से VIII तक)
Composition , weightage and No. of questions for
Periodic/Unit test and Term Examinations (Class-VI to VIII)
क्रम संख्या |
संरचना |
सावधिक/इकाई
परीक्षण (40 अंक) |
अर्धवार्षिक/वार्षिक परीक्षा (80अंक) |
||||
अंक भार |
प्रश्नों की संख्या |
अंक |
अंक भार |
प्रश्नों की संख्या |
अंक |
||
1 |
क्षमता आधारित प्रश्न (घटना, स्रोत , परिस्थिति , आकृति तथा डेटा की व्याख्या आधारित
बहुविकल्पी प्रश्न) |
50 % |
04 ( प्रत्येक क्षमता आधारित प्रश्न में 05 उपप्रश्न होंगे) |
20(4X5X1) अंक |
50 % |
08( प्रत्येक क्षमता आधारित प्रश्न में 05 उपप्रश्न होंगे) |
40(8X5X1) अंक |
2 |
संबन्धित विषय से तार्किक प्रश्न ( मानसिक क्षमता और तार्किक विचार के प्रश्न ) |
10 % |
04 |
04(4X1) अंक |
10 % |
08 |
08(8X1) अंक |
3 |
लघु उत्तरीय प्रश्न |
30 % |
06 |
12(6X2) अंक |
30 % |
12 |
24(12X2) अंक |
4 |
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
10 % |
01 |
04(1X4) अंक |
10 % |
02 |
08(2X4) अंक |
कुल अंक |
40 |
80 |
सावधिक/इकाई परीक्षण तथा अर्धवार्षिक/वार्षिक परीक्षा के
लिए प्रश्नपत्र की संरचना, अंकभार
व प्रश्नों की संख्या का विवरण
(कक्षा-IX से XII तक )
Composition,
weightage and No. of questions for Periodic/Unit test and Term Examinations
(Class IX to XII)
क्रम
संख्या |
संरचना |
सावधिक/इकाई
परीक्षण (40 अंक) |
अर्धवार्षिक/वार्षिक
परीक्षा (80अंक) |
||
अंक
भार |
प्रश्नों
की संख्या |
अंक |
प्रश्नपत्र की संरचना , प्रश्नों का प्रकार , प्रश्नों की संख्या , अंक भार आदि प्रत्येक
अकादमिक-सत्र के लिए सीबीएसई द्वारा प्रश्न पत्र के प्रारूप के अनुरूप होना
चाहिए | |
||
1 |
क्षमता आधारित प्रश्न (घटना, स्रोत , परिस्थिति , आकृति तथा डेटा की व्याख्या आधारित
बहुविकल्पी प्रश्न) |
50 % |
04 ( प्रत्येक योग्यता आधारित प्रश्न में 05 उपप्रश्न
होंगे) |
20(4X5X1) अंक |
|
2 |
संबन्धित विषय से तार्किक प्रश्न ( मानसिक क्षमता और
तार्किक विचार के बहुविकल्पी प्रश्न प्रश्न ) |
10 % |
04 |
04(4X1) अंक |
|
3 |
लघु उत्तरीय प्रश्न |
30 % |
06 |
12(6X2) अंक |
|
4 |
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न |
10 % |
01 |
04(1X4) अंक |
|
कुल अंक |
40 |
80 |
उपरोक्त संरचना
के आधार पर एक आदर्श प्रश्नपत्र तैयार
किया जा सकता है |
प्रश्नपत्र निर्माण हेतु सीबीएसई द्वारा जारी विनिर्देशन :- प्रति वर्ष शैक्षिक सत्र प्रारम्भ होने से पहले ही सीबीएसई द्वारा प्रश्नपत्र
निर्माण हेतु विनिर्देशन जारी किया जाता है | ये विनिर्देशन उच्चतर माध्यमिक व उच्च माध्यमिक कक्षाओं
(IX से XII तक) के सभी विषयों के लिए जारी किया जाता है | इस विनिर्देशन में सभी आवश्यक
निर्देशों के अतिरिक्त अर्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र का
प्रारूप दिया जाता है और सभी शिक्षकों से अपेक्षा की जाती है कि वे इस प्रारूप का
अक्षरशः पालन करेंगे | हाईस्कूल व इंटर की बोर्ड परीक्षाओं का प्रश्नपत्र सीबीएसई इसी
प्रारूप के अनुरूप तैयार करवाया जाता है | राज्यों के शिक्षा-बोर्ड भी इसी तरह
प्रश्नपत्र के प्रारूप शिक्षकों को उपलब्ध कराते हैं | कुछ
राज्यों के शिक्षा-बोर्ड एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम और सीबीएसई के दिशा-निर्देशों का
ही अनुसरण करते हैं | आशय यह है कि सभी शिक्षकों को अपने
शिक्षा-बोर्ड के निर्देशों का अनुसरण करना चाहिए और इसके लिए जरूरी है कि
शिक्षा-बोर्ड द्वारा जारी परिपत्रों व निर्देशों के प्रति सदैव अपडेट रहा जाये | यहाँ आपके समझने के लिए उदाहरण के तौर पर सत्र 2023-24 में कक्षा-दसवीं
के हिन्दी विषय (बी कोर्स) के प्रश्नपत्र का सीबीएसई द्वारा जारी प्रारूप प्रस्तुत
किया जा रहा है –
कक्षा 10वीं हिंदी 'ब' परीक्षा हेतु पाठ्यक्रम विनिर्देशन-2023-2024
• प्रश्न-पत्र दो खंडों खंड 'अ' और 'ब' का होगा।
• खंड 'अ' में 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे जाएँगे, जिनमें से केवल 40 प्रश्नों के ही उत्तर देने होंगे।
• खंड 'ब' में वर्णनात्मक प्रश्न पूछे जाएँगे। प्रश्नों में
उचित आंतरिक विकल्प दिए जाएँगे |
भारांक= 80(वार्षिक परीक्षा)+20 (आंतरिक परीक्षा) =कुल अंक - 100
निर्धारित समय- 3 घंटे
भारांक -
80
परीक्षा भार विभाजन |
|||
|
विषयवस्तु |
भार |
|
|
खंड अ (वस्तुपरक प्रश्न) |
40 |
|
|
अपठित गद्यांश |
10 |
|
1 |
दो अपठित गद्यांश ) 200 शब्दों के) (1x5=5)+(1x5=5) (प्रत्येक गद्यांश पर आधारित पाँच
बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएँगे) |
10 |
|
2 |
व्यावहारिक व्याकरण के आधार पर बहुविकल्पात्मक प्रश्न | (1अंक x
16 प्रश्न) कुल 21 प्रश्न पूछे जाएँगे, जिनमें से केवल 16 प्रश्नों के उत्तर देने
होंगे। |
16 |
|
1 |
पदबंध (5 में से 4 प्रश्न) |
04 |
|
2 |
रचना के आधार पर वाक्य रूपांतरण (5 में से 4
प्रश्न) |
04 |
|
3 |
समास (5 में से 4 प्रश्न) |
04 |
|
4 |
4 मुहावरे (6 में से 4 प्रश्न) |
04 |
|
3 |
पाठ्यपुस्तक स्पर्श भाग-2 |
14 |
|
काव्य खंड |
07 |
||
पठित पद्यांश पर एक अंकीय पाँच बहुविकल्पी प्रश्न। (1x5) स्पर्श (भाग-2) से निर्धारित कविताओं के आधार पर एक अंकीय दो बहुविकल्पी प्रश्न पूछे
जाएँगे। (1x2) |
05 02 |
||
गद्य खंड |
07 |
||
पठित गद्यांश पर एक अंकीय पाँच बहुविकल्पी प्रश्न। (1x5) स्पर्श (भाग-2) से निर्धारित गद्य पाठों के
आधार पर विद्यार्थियों की उच्च चिंतन क्षमताओं एवं | अभिव्यक्ति का आकलन करने हेतु एक अंकीय दो बहुविकल्पी प्रश्न पूछे जाएँगे। (1x2) |
05 02 |
||
|
खंड-ब (वर्णनात्मक प्रश्न) |
40 |
|
4 |
पाठ्यपुस्तक स्पर्श भाग - 2 |
12 |
|
1 |
स्पर्श (गद्य खंड) से निर्धारित पाठों के आधार पर तीन में
से दो प्रश्न पूछे जाएँगे (3 अंक x 2 प्रश्न) , (लगभग 60 शब्द ) |
06 |
|
2 |
स्पर्श (काव्य खंड) में से निर्धारित
पाठों के आधार पर तीन में से दो प्रश्न पूछे जाएँगे | (3 अंक x 2 प्रश्न) , (लगभग 60 शब्द ) |
06 |
|
पूरक पुस्तक संचयन भाग -
2 |
06 |
||
पूरक पुस्तक संचयन के निर्धारित पाठों से तीन में से दो प्रश्न पूछे जाएँगे, जिनका उत्तर लगभग 60 शब्दों में देना होगा। (3 अंक x 2 प्रश्न) |
06 |
||
5 |
लेखन |
22 |
|
i |
संकेत बिंदुओं पर आधारित समसामयिक एवं व्यावहारिक जीवन से जुड़े हुए किन्हीं
तीन विषयों में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में अनुच्छेद लेखन | (5 अंक x 1 प्रश्न) (विकल्प
सहित) |
05 |
|
ii |
अभिव्यक्ति की क्षमता पर केंद्रित औपचारिक विषयों में से किसी एक विषय पर
लगभग 100 शब्दों में पत्र। (5 अंक x 1 प्रश्न) |
05 |
|
iii |
व्यावहारिक जीवन से संबंधित विषयों पर आधारित लगभग 60 शब्दों में सूचना लेखन | (4 अंक x 1 प्रश्न) (विकल्प सहित) |
04 |
|
iv |
विषय से संबंधित लगभग 40 शब्दों के अंतर्गत विज्ञापन
लेखन। (3 अंक x 1 प्रश्न) (विकल्प सहित) |
03 |
|
v |
दिए गए विषय / शीर्षक आदि के आधार पर रचनात्मक सोच के साथ लगभग 100 शब्दों में 05 लघुकथा लेखन । (5 अंक x 1 प्रश्न) विविध विषयों पर आधारित लगभग 100 शब्दों में औपचारिक ई-मेल लेखन | |
05 |
|
कुल |
80 |
आंतरिक मूल्यांकन |
अंक |
20 |
|
अ |
सामयिक आकलन |
05 |
|
ब |
बहुविध आकलन |
05 |
|
स |
पोर्टफ़ोलियो |
05 |
|
द |
श्रवण एवं वाचन |
05 |
|
कुल |
|
100 |
निर्धारित पुस्तकें:
1. स्पर्श, भाग-2,एन.सी.ई.आर.टी. , नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित नवीनतम संस्करण
2. संचयन, भाग-2, एन.सी.ई.आर.टी , नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित नवीनतम संस्करण
नोट : निम्नलिखित पाठों से प्रश्न नहीं पूछे जाएँगे।
पाठ्य पुस्तक स्पर्श, भाग-2
विहारी - दोहे (पूरा पाठ )
महादेवी वर्मा - मधुर-मधुर मेरे दीपक जल (पूरा पाठ)
अंतोन चेखव - गिरगिट ( पूरा पाठ )
पूरक पुस्तक संचयन, भाग-2
पुस्तक में कोई परिवर्तन नहीं। कोई भी पाठ नहीं हटाया गया है।
_________________________________________________________________________
इसी प्रकार दूसरे विषयों के विनिर्देशन भी
सीबीएसई के शैक्षणिक वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकते हैं |
प्रतिदर्श
प्रश्नपत्र :- प्रतिदर्श का अर्थ होता है नमूना | सभी
शिक्षा बोर्ड अपने द्वारा निर्धारित प्रश्नपत्र के प्रारूप के अनुरूप नमूने के तौर
पर हर विषय के बोर्ड कक्षाओं के प्रश्नपत्र उपलब्ध कराते हैं | ताकि उन प्रतिदर्श प्रश्नपत्रों की सहायता लेकर उसी पैटर्न पर शिक्षक और प्रश्नपत्र
तैयार कर सकें तथा विद्यार्थियों से अधिकाधिक अभ्यास करवा सकें | ये प्रतिदर्श प्रश्नपत्र शिक्षा बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध रहते हैं
जहाँ से शिक्षक उन्हें डाउनलोड कर सकते हैं | हर अकादमिक
सत्र में प्रश्नपत्र के प्रारूप में होने वाले बदलाव के अनुरूप ही प्रतिदर्श
प्रश्नपत्र में भी बदलाव किया जाता है | इसीलिए हर अदामिक
सत्र के लिए नए प्रतिदर्श प्रश्नपत्र उपलब्ध कराये जाते हैं | सीबीएसई द्वारा अकादमिक सत्र 2023-24 के लिए सभी विषयों के लिए प्रतिदर्श
प्रश्नपत्र उपलब्ध कराये गए हैं , जो सीबीएसई की वेबसाइट पर
मौजूद हैं | सीबीएसई द्वारा दिये गए प्रश्नपत्र विनिर्देशन
के अनुरूप इस पुस्तक के लेखक द्वारा कक्षा-दसवीं , हिन्दी
(बी कोर्स) के लिए एक प्रतिदर्श प्रश्नपत्र तैयार कर आप सबकी सुविधा के लिए यहाँ
प्रस्तुत किया जा रहा है |
प्रतिदर्श प्रश्न-पत्र
हिंदी (ब) , कोड संख्या – 85
कक्षा – दसवीं
निर्धारित समय- 3 घंटे कुल अंक-80
सामान्य निर्देश –
• इस प्रश्नपत्र में दो खंड हैं। खंड ‘अ’ और ‘ब’
• खंड ‘अ’ में उपप्रश्नों सहित 45 वस्तुपरक प्रश्न पूछे गए हैं।दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए कुल 40 प्रश्नों के उत्तर दीजिए।
• खंड ‘ब’ में वर्णात्मक प्रश्न पूछे गए हैं।आंतरिक विकल्प भी दिए गए हैं।
• निर्देशों को बहुत सावधानी से पढ़िए और उनका पालन करिए।
• दोनों खंडों में कुल 18 प्रश्न हैं। दोनों खंडों के उत्तर देना अनिवार्य है।
• यथासंभव दोनों खंडों के प्रश्नों के उत्तर क्रमशःलिखिए।
खंड – ‘अ’ ( वस्तुपरक प्रश्न
)
प्रश्न -1-निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए (1×5=5)
आज की भारतीय शिक्षित नारी को गृहणी के रूप में न देख पाना पुरूषों की एकांगी दृष्टि का परिणाम है। विवाह के बाद बदली हुई उनकी मनःस्थिति तथा परिस्थितियों की कठिनाइयों पर ध्यान नहीं दिया जाता। उसकी रूचियों और भावनाओं की उपेक्षा की जाती है। पुरूष यदि अपने सुख के साथ पत्नी के सुख का ध्यान रखे , तो वह अच्छी गृहणी हो सकती है। पत्नी और पति दोनों का कर्तव्य है कि वे एक-दूसरे के कार्य में हाथ बँटाएँ और एक-दूसरे की भावनाओं, इच्छाओं और रूचियों का ध्यान रखें। आखिर नारी भी तो मनुष्य है।उसकी अपनी जरूरतें भी हैं और वह भी परिवार में, पड़ोस तथा समाज में सम्मान पाना चाहती है। यदि नारी त्याग की मूर्ति है, तो पुरूष को बलिदानी होना चाहिए।
1. किसकी रूचियों और भावनाओं की उपेक्षा की जाती है ?
(क) नारी की
(ख) पुरूष की
(ग) संत की
(घ) कवि की
2. पुरूष को अपने सुख के साथ और किसके सुख का ध्यान रखना चाहिए ?
(क) स्वदेशी के
(ख) पत्नी के
(ग) पड़ोसी के
(घ) विदेशी के
3. सुखी वैवाहिकजीवन के लिए पत्नी और पति को किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?
(क) एक-दूसरे के काम में हाथ बँटाएँ
(ख) एक-दूसरे की भावनाओं का ध्यान रखें
(ग) एक-दूसरे की इच्छाओं और रूचियों का ध्यान रखें
(घ) उपर्युक्त तीनों
4. यदि नारी त्याग की मूर्ति है तो पुरूष को होना चाहिए-
(क) स्वार्थी
(ख) परिश्रमी
(ग) बातूनी
(घ) बलिदानी
5. इस गद्यांश के लिए उपयुक्त शीर्षक है-
(क) सुखी वैवाहिक जीवन का आधार
(ख) दुखी वैवाहिक जीवन का आधार
(ग) भारतीय नारी
(घ) अच्छी गृहणी
प्रश्न- -2 – निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इसके आधार पर सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए - (1×5=5).
सामान्यतः ईश्वर के दो रूप माने गए हैं- सगुण एवं निर्गुण ।जब परमात्मा को निराकार , अज , अनादि, सर्वव्यापी , गुणातीत , अगोचर, सूक्ष्म मानकर उसकी विवेचना की जाती है तब उसे निर्गुण ब्रह्म कहा जाता है और जब वही ब्रह्म सगुण, साकार रूप धारण कर नर शरीर ग्रहण कर नाना प्रकार के कृत्य करता है तब उसे सगुण परमात्मा के रूप में जाना जाता है।
सामाजिक उपयोगिता की दृष्टि से
सगुण भक्ति को निर्गुण भक्ति की अपेक्षा महत्त्वपूर्ण माना जा सकता है,
किन्तु केवल
इसी कारण से निर्गुण भक्ति की उपेक्षा नहीं की जा सकती । तत्कालीन परिस्थितियों में
सगुणोपासक भक्त कवियों का सारा ध्यान इस ओर केन्द्रित था कि हिन्दू समाज को विघटन और
उत्पीड़न से बचाया जा सके। इसलिए उन्होंने हिन्दू समाज के विभिन्न घटकों को संगठित
करने का कार्य किया ।दूसरी ओर निर्गुणोपासक कवियों की दृष्टि हिन्दू समाज को ही नहीं
अपितु सम्पूर्ण भारतीय समाज को एकता के सूत्र में पिरोने की ओर लगी हुई थी । वे हिन्दू
और मुसलमान का भेद भुलाकर मानवता के उदात्त मूल्यों की स्थापना में लगे हुए थे |
1. सामान्यतः ईश्वर के रूप माने गए हैं
(क) एक (ख) दो
(ग) तीन (घ) चार
2. निर्गुण ब्रह्म कहा जाता है -
(क) गुणातीत को (ख) अगोचर को
(ग) अनादि को (घ) उपर्युक्त सभी
3. जब ब्रह्म आकार धारण कर नाना प्रकार के कृत्य करता है, कहलाता है -
(क) सगुण ब्रह्म (ख) निर्गुण ब्रह्म
(ग) सगुण और निर्गुण ब्रह्म (घ) इनमें से कोई नहीं
4. निर्गुणोपासक भक्त कवियों का ध्यान केन्द्रित था
(क) हिन्दू समाज को विघटन और उत्पीड़न से बचाने में
(ख) हिन्दू समाज के विभिन्न समूहों को इकट्ठा करने में
(ग) हिन्दू मुसलमान का भेद भुलाकर एक करने में
(घ) इनमें से सभी कृत्य करने में
5. सगुण भक्ति को निर्गुण भक्ति की अपेक्षा महत्त्वपूर्ण माना जाता है--
(क) आर्थिक दृष्टि से
(ख) ऐतिहासिक दृष्टि से
(ग) धार्मिक दृष्टि से
(घ) सामाजिक दृष्टि से।
प्रश्न-3-निर्देशानुसार पदबंध पर आधारित 5 बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं 4 प्रश्नों के उत्तर दें| (1×4=4)
1. लड़का सड़क पर तेजी से दौड़ रहा था।
(क) क्रिया पदबंध
(ख) संज्ञा पदबंध
(ग) क्रियाविशेषण पदबंध
(घ) सर्वनाम पदबंध
2. निर्भीक और साहसी वज़ीर अली अपने अधिकार के लिए लड़ रहा था। - इस वाक्य में विशेषण पदबंध है ?
(क) साहसी वज़ीर अली
(ख) अपने अधिकार के लिए
(ग) लड़ रहा था
(घ) निर्भीक और साहसी
3. लंका के राजा रावण ने माता सीता का हरण किया था। - रेखांकित पदबंध का भेद है ?
(क) विशेषण पदबंध
(ख) क्रियाविशेषण पदबंध
(ग) संज्ञा पदबंध
(घ) सर्वनाम पदबंध
4. निम्नलिखित में से कौन-सा विकल्प सर्वनाम पदबंध का उदाहरण नहीं है।
(क) अक्लमंदी दिखाते हुए आपने घायल को बचा लिया|
(ख) इन विद्यार्थियों में से कुछ ने परीक्षा नहीं दी है।
(ग) कक्षा में सदा शोर मचाने वाले तुम आज चुप क्यों हो ?
(घ) मोहन बहुत नेक ईमानदार और परिश्रमी बालक है।
5. वह लगभग साढ़े पांच बजे पहुंचा।– रेखांकित पदबंध का भेद है ?
(क) विशेषण पदबंध
(ख) संज्ञा पदबंध
(ग) क्रियाविशेषण पदबंध
(घ) सर्वनाम पदबंध
प्रश्न- 4-निर्देशानुसार समास पर आधारित पांच बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं चार के उत्तर दें |(1×4=4)
1. ‘रसोईघर’ शब्द / समस्त पद कौन से समास का उदाहरण है।
(क) द्विगु समास
(ख) कर्मधारय समास
(ग) तत्पुरुष समास
(घ) द्वंद्व समास
2. चंद्रमुखी समस्त पद काविग्रह होगा।
(क) चंद्रमा का मुख
(ख) चंद्रमा और मुख
(ग) चंद्रमा के लिए मुख
(घ) चंद्रमा के समान मुखवाली
3. सत्याग्रह शब्द के लिए सही समास विग्रह और समास का चयन कीजिये।
(क) सत्य और ग्रह – द्वंद्व समास
(ख) सत्य का आग्रह – तत्पुरुष समास
(ग) सत्य आग्रह – अव्ययीभाव समास
(घ) सत्य के लिए आग्रह – तत्पुरुष समास
4. ‘नीलकंठ’ शब्द का समास विग्रह और भेद होगा।
(क) नीला है कंठ जो – कर्मधारय समास
(ख) नीला और कंठ – द्वंद्व समास
(ग) नीला है कंठ जिसका – बहुव्रीहि समास
(घ) नीला है कंठ जिसका अर्थात शिव – बहुव्रीहि समास
5. निम्नलिखितयुग्मोंपरविचारकीजिये।
समस्तपद समास
(i) दोपहर (i) द्विगु समास
(ii) दाल-चावल। (ii) द्वंद्व समास
(iii) देशभक्ति। (iii) कर्मधारय समास
(iv) प्रतिदिन (iv) बहुव्रीहि समास
उपर्युक्त युग्मों में से कौन से सही सुमेलित हैं ?
(क) (i) और (ii)
(ख) (i) और (iii)
(ग) (iii) और (iv)
(घ) (i). और (iv)
प्रश्न-5- निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर वाक्य भेद’ पर आधारित 5 बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं 4 प्रश्नों के उत्तर दीजिए। (1×4=4)
1. ‘जब चोर ने पुलिस को देखा तो वह डरकर कांपने लगा’।इस वाक्य का सरल वाक्य होगा
(क) चोर ने पुलिस को देखा और डरकर कांपने लगा।
(ख) जैसे ही चोर ने पुलिस को देखा वैसे ही डरकर कांपने लगा।
(ग) पुलिस को देखते ही चोर डरकर कांपने लगा।
(घ) चोर पुलिस को देखकर डर गया और कांपने लगा।
2. ‘यदि आप कठिन परिश्रम करेंगे तो सफलता आपको अवश्य मिलेगी’ – रचना के आधार पर इस वाक्य का भेद होगा।
(क) मिश्रित वाक्य
(ख) सरल वाक्य
(ग) संयुक्त वाक्य
(घ) सामान्य वाक्य
3. निम्नलिखित वाक्यों में संयुक्त वाक्य है।
(क) रमेश लखनऊ जाकर वहां पढ़ाई करेगा।
(ख) रमेश लखनऊ जाएगा और वहां पढ़ाई करेगा।
(ग) जब रमेश लखनऊ जाएगा तब वहां पढ़ाई करेगा।
(घ) रमेश पढ़ाई करने लखनऊ जाएगा।
4. उसे पूरा- पूरा विश्वास था कि वह परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाएगा। - रेखांकित आश्रित उपवाक्य का भेद बताएं।
(क) संज्ञा उपवाक्य
(ख) विशेषण उपवाक्य
(ग) सर्वनाम उपवाक्य
(घ) क्रियाविशेषण उपवाक्य
5. ‘जैसा उसका स्वभाव है वैसा ही आचरण है|’ - रचना के आधार पर वाक्यभेद लिखिए।
(क) सरल वाक्य
(ख) संयुक्त वाक्य
(ग) विशेषण उपवाक्य
(घ) मिश्रित वाक्य
प्रश्न-
6-निर्देशानुसार
मुहावरों पर आधारित 6 बहुविकल्पीय प्रश्नों में से किन्हीं 4 प्रश्नों के उत्तर
दें| (1×4=4)
1. ’मूर्ख होना’- के लिए उपयुक्त मुहावरा होगा |
(क) अक्ल का दुश्मन होना
(ख) अक्ल बेचकर खाना
(ग) अक्ल लगाना
(घ) अक्लमंद होना
2. आग बबूला होना” मुहावरे का क्या अर्थ है?
(क) क्रोधित होना
(ख) थक जाना
(ग) पसंद न आना
(घ) झपकी आना
3. मुहावरे और अर्थ के उचित मेल वाले विकल्प का चयन कीजिये |
(क) आटे दाल की फ़िक्र होना– जीविका की चिन्ता होना
(ख) आकाश से बातें करना- हवाई यात्रा करना
(ग) अंग-अंग खिल उठना – मोटे हो जाना
(घ) घोड़े बेचकर सोना–
बहुत नींद
आना
4. “शिमला घूमने के साथ ही साथ वहां रह रहे अपने रिश्तेदारों से मिलना भी हो गया इस तरह ........................ होगए”- इस वाक्य में रिक्त स्थान की पूर्ति उपयुक्त मुहावरे से करें।
(क) एक पंथ दो काज
(ख) गागर में सागर
(ग) आग बबूला होना
(घ) नौ दो ग्यारह होना
5. रेखांकित अंश के लिए कौन-सा मुहावरा इस्तेमाल करना उचित रहेगा। तुम सारा दिन काम मे जुटे रहते हो। कभी आराम भी किया करो।
(क) कोल्हू का बैल
(ख) खेत का बैल
(ग) हक्का बक्का होना
(घ) चकरघिन्नी होना
6. आसमान टूटना” मुहावरे का क्या अर्थ है ?
(क) बिजली कड़कना
(ख) विपत्ति आना
(ग) बादल का फटना
(घ) बारिशहोना
प्रश्न- 7-.निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए। (1x 5=5)
उसी उदार की कथा सरस्वती बखानती,
उसी उदार से धरा कृतार्थ भाव मानती।
उसी उदार की सदा सजीव कीर्ति कूजती;
तथा उसी उदार को समस्त सृष्टि पूजती।
अखंड आत्मभाव जो असीम विश्व में भरे,
वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिएमरे।।
1.धरा कैसे व्यक्तियों को पाकर स्वयं को धन्य मानती
(क) सदाचारी व्यक्तियों को
(ख) परोपकारी व्यक्तियों को
(ग) ईमानदार व्यक्तियों को
(घ) पुण्य आत्मा को
2. अखंड आत्मभाव का अर्थ है
(क) आत्मा एक है
(ख) आत्मीयता का भाव
(ग) आत्मा शुद्ध है
(घ) आत्मा पवित्र है
3. कवि ने सच्चा मनुष्य किसे कहा है?
(क) जो सच बोलता है।
(ख) जो दूसरे मनुष्य के लिए मरता है
(ग) जो ईमानदारी की राह पर चलता हैं
(घ) जो कभी झूठ नहीं बोलता है
4.‘कृतार्थ’ का संधि-विच्छेद है
(क) कृत + अर्थ
(ख) कृ + अर्थ
(ग) कृता + अर्थ
(घ) कृता + र्थ
5.कीर्ति कूजती से आशय है –
(क)गुणगान होना
(ख)सम्मान होना
(ग)अपमान होना
(घ)यशगान होना
प्रश्न-8-निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त विकल्पों का चयन कीजिए। (1×5=5)
महज़ इम्तिहान पास कर लेना कोई चीज़ नहीं, असल चीज़ है- बुद्धि का विकास । जो कुछ पढ़ो, उसका अभिप्राय समझो । रावण भूमंडल का स्वामी था। ऐसे राजाओं को चक्रवर्ती कहते हैं । आजकल अंग्रेजों के राज्य का विस्तार बहुत बढ़ा हुआ है पर इन्हें चक्रवर्ती नहीं कह सकते । संसार में अनेक राष्ट्र अंग्रेज़ों का आधिपत्य स्वीकार नहीं करते, बिलकुल स्वाधीन हैं। रावण चक्रवर्ती राजा था , संसार के सभी महीप उसे कर देते थे । बड़े-बड़े देवता उसकी गुलामी करते थे । आग और पानी के देवता भी उसके दास थे, मगर उसका अंत क्या हुआ ? घमंड ने उसका नामो-निशान तक मिटा दिया, कोई उसे एक चुल्लू भर पानी देने वाला भी ना बचा । आदमी और जो कुकर्म चाहे करे पर अभिमान ना करे, इतराए नहीं ।अभिमान किया और दीन दुनिया दोनों से गया।
1.भूमंडल का स्वामी कौन था?
(क) आग के देवता
(ख) पानी के देवता
(ग) रावण
(घ) शाहेरूम
2.लेखक के भाई ने असल चीज़ किसे बताया?
(क) इम्तिहान पास कर लेना
(ख) बुद्धि का विकास
(ग) अभिमान करना
(घ) कठिन मेहनत करके कुछ पाना
3. अंग्रेज़ चक्रवर्ती क्यों नहीं बन पाए?
(क) क्योंकि वह बहुत क्रूर थे।
(ख) हिंदुस्तानियों से नफरत करते थे |
(ग) कई राष्ट्रों ने अंग्रेज़ों का आधिपत्य स्वीकार नहीं किया था |
(घ) अंग्रेजों की रणनीति ठीक नहीं थी
4. मनुष्य को भूलकर भी क्या नहीं करना चाहिए ?
(क) कर्म
(ख) अभिमान
(ग) नशा
(घ) दूसरों का बुरा
5. रावण के विनाश का कारण क्या था?
(क) सारे संसार को अपना दास समझना
(ख) देवताओं को भी अपने आगे सर झुका कर खड़े रखना
(ग) मन में अहंकार रखना
(घ) उपरोक्त सभी
प्रश्न –9- निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर देने के लिए सही विकल्प का चयन कीजिये। (1×2=2)
1. लोग-बाग तताँरा की तलवार में अद्भुत शक्ति का होना क्यों मानते थे ?
(क) दूसरों की मदद करने के कारण
(ख) उसके चर्चित एवं साहसिक कारनामों के कारण
(ग) उसमें अपार शक्ति छिपी होने के कारण
(घ) लकड़ी की बनी होने के कारण
2.निम्नलिखित में से कौन से वाक्य बड़े भाई साहब कहानी से प्राप्त प्रेरणा को दर्शाते हैं
(i) कथनी और करनी का अंतर हमारी स्थिति को हास्यास्पद बना सकता है।
(ii) पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद भी छात्र जीवन के आवश्यक अंग हैं।
(iii) केवल परीक्षा के पहले ध्यान लगाकर पढ़ लेने से प्रथम आ सकते हैं।
(iv) बड़े भाई साहब ज्ञान की बातें लेखक को आसानी से समझा देते हैं।
(क) केवल (i)
(ख) (i) और (ii)
(ग) केवल (iv)
(घ) (ii), (iii) और (iv)
प्रश्न – 10- निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उचित विकल्प का चयन कीजिये (1×2=2) 1.मेखलाकार पर्वत अपने सुमन रूपी दृगों से नीचे जल में किसे देख रहा है? ‘पर्वत प्रदेश में पावस’ कविता के आधार पर बताएं –
(क) तालाब को
(ख) अपने विशाल आकार को
(ग) दर्पण को
(घ) वन को
2. मनुष्यता कविता के आधार पर बताएं कि सरस्वती किसकी कथा का बखान करती हैं ?
(क) मृत्यु से भयभीत व्यक्ति की
(ख) उदार व्यक्ति की
(ग) साहसी व्यक्ति की
(घ) अहंकारी व्यक्ति की
खंड- ‘ब’ (वर्णात्मक प्रश्न)
प्रश्न-11-निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं 2 प्रश्नों के उत्तर लगभग 60 शब्दों में दीजिए- (3×2=6)
(क) इस वर्ष पाठ्यक्रम में आपने लोककथा पर आधारित एक कहानी पढ़ी । यह कहानी समाज की विसंगतियों को दूर करने का संदेश देती है । कथन का मूल्यांकन करते हुए अपने विचार लिखिए।
(ख)लेखक के इस कथन से कि तीसरी कसम फ़िल्म कोई सच्चा कवि हृदय ही बना सकता है , आप कहाँ तक सहमत हैं । स्पष्ट कीजिए ।
(ग)बहुत से लोग घायल हुए, बहुतों को लॉकअप में रखा गया।, बहुत सी स्त्रियां जेल गईं फिर भी इस दिन को अपूर्व बताया गया है । आपके विचार से यह सब अपूर्व क्यों है ? अपने शब्दों में लिखिए।
प्रश्न-12-निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 60 शब्दों में लिखिए। (3×2=6)
(क)आपके पाठ्यक्रम में किस कविता में वर्षा के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन किया गया है । अपने शब्दों में वर्णन कीजिये ।
(ख)व्यक्ति को किस प्रकार का जीवन व्यतीत करना चाहिए ? मनुष्यता कविता के आधार पर स्पष्ट करें।
(ग) पर्वत के हृदय से उठकर ऊंचे-ऊंचे वृक्ष आकाश की ओर क्यों देख रहे हैं और वे किस बात को प्रतिबिंबित करते हैं?
प्रश्न-13- निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर 60 शब्दों में दीजिए- (3×2=6)
(क) पी०टी० अध्यापक कैसे स्वभाव के व्यक्ति थे? विद्यालय के कार्यक्रमों में उनकी कैसी रुचि थी ?
(ख) हरिहर काका के मामले में गाँव वालों की क्या राय थी और उसके क्या कारण थे?
(ग) हरिहर काका के गांव में यदि मीडिया की पहुंच होती तो उनकी क्या स्थिति होती अपने शब्दोंमें लिखिए ।
प्रश्न-14-निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर दिए गए संकेत-बिंदुओं के आधार पर लगभग 80-100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए । (5)
(क) बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ
संकेत-बिंदु-
• लिंग अनुपात
• सुकन्या समृद्धि-योजना लागू करना
• योजना के उद्देश्य एवं लक्ष्य
• निष्कर्ष
(ख) साक्षरता अभियान
संकेत-बिंदु-
• साक्षरता का अर्थ
• साक्षरता की दर
• निरक्षरता के कारण
• निष्कर्ष ।
(ग) अंतरिक्ष में भारत के बढ़ते कदम
संकेत-बिंदु-
• अंतरिक्ष में भारत का इतिहास
• विदेशी सहायता से उपग्रह भेजना
• स्वदेशी यान से उपग्रह भेजना
• स्वदेशी यान से विदेशी उपग्रह अतंरिक्ष में भेजना
प्रश्न- 15- कला-छाया’ नाम की एक संस्था दूरदर्शन के लिए कार्यक्रम बनाती है । संस्था को कुछ ऐसे युवकों की आवश्यकता है जो अभिनय जानते हों तथा कम से कम दसवीं पास हों । साथ-साथ हिंदी-अंग्रेज़ी का ज्ञान रखते हों ।अपनी योग्यताओं का विवरण देते हुए ‘कला-छाया’ संस्था के निदेशक को एक आवेदन-पत्र लिखिए । (5)
अथवा
आपके जनपद में अंतर विद्यालयी खेल-कूद प्रतियोगिताएं होने वाली हैं । इन प्रतियोगिताओं
में आपका विद्यालय भी प्रतिभाग करेगा । जिसकी तैयारी के लिए विद्यालय में खेलकूद सामग्री
का अभाव है । अतः खेलकूद कप्तान के रूप में विद्यालय प्रधानाचार्य को एक आवेदन पत्र
लिखकर खेलकूद सामग्रियां मंगाए जाने का अनुरोध करें ।
प्रश्न-16-
निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 60 शब्दों में सूचना लिखिए - (4)
आप अपने
विद्यालय में सांस्कृतिक सचिव हैं | विद्यालय में होने वाली ‘कविता-लेखन’ प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए
आमंत्रण हेतु एक सूचना तैयार कीजिये |
अथवा
हिन्दी क्लब
के सचिव की ओर से एक सूचना तैयार कीजिये जिसमें कक्षा-9 और 10 के विद्यार्थियों के
लिए होने वाली वाद-विवाद प्रतियोगिता की जानकारी दीजिये |
प्रतियोगिता अंतिम दो कालांश में पुस्तकालय में होगी |
प्रश्न- 17- रुचिकर परिधान शोरूम को अपने परिधानों की बिक्री बढ़ानी है । वे सभी परिधानों पर बीस प्रतिशत की छूट दे रहे हैं ।इस संबंध में एक विज्ञापन तैयार कीजिये । (3)
अथवा
आपने अपना एक नया
कम्प्यूटर प्रशिक्षण केंद्र खोला है । यहां प्रवेश लेने के लिए विद्यार्थी आकर्षित
हों इसके लिए एक विज्ञापन तैयार कीजिये |
प्रश्न-18-निम्नलिखित
में से किसी एक विषय पर लगभग 100 शब्दों में लघुकथा/ईमेल लिखिए | (5)
(i) ‘परोपकार का परिणाम सुखद होता है’ –इस विषय को आधार बनाकर एक लघुकथा लगभग 100 शब्दों में लिखिए |
अथवा
(ii)
पंजाब नेशनल बैंक की स्थानीय शाखा में लॉकर की सुविधा
प्राप्त करने का अनुरोध करते हुये बैंक के प्रबन्धक को एक ईमेल लिखिए |